बीजापुर। शासन की चिरायु योजना एक बार फिर मासूम के जीवन में नई रोशनी लेकर आई। जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित 11 वर्षीय संध्या को चिरायु योजना के तहत समय पर उपचार मिलाए जिससे उसकी जान बच गई। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और उसके परिवार में खुशियां लौट आई हैं।
बीजापुर जिले के विकासखंड भोपालपटनम अंतर्गत ग्राम गेरागुडा निवासी संध्या के जन्म के बाद से ही दिल में छेद था। इस समस्या का पता तब चला जब राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ;चिरायुद्ध की टीम नियमित जांच के दौरान स्कूल में पहुंची। टीम ने तुरंत संध्या के स्वास्थ्य की गंभीरता को समझते हुए उसे जिला अस्पताल बीजापुर रेफर किया। वहां जांच के उपरांत ऑपरेशन हेतु चिरायु टीम को सत्य साईं अस्पताल, रायपुर ले जाने की सलाह दी। 06 फरवरी 2025 को सत्य साईं अस्पताल रायपुर में संध्या को भर्ती किया गया, जहां 07 फरवरी को उसकी हृदय की सफल लेजर सर्जरी हुई। गहन चिकित्सा देखभाल के बाद 09 फरवरी को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और 10 फरवरी को चिरायु वाहन से सुरक्षित घर पहुंचाया गया।
22 फरवरी को चिरायु टीम के डॉ गरिमा वट्टी एवं टीम मेम्बर के द्वारा संध्या के घर जाकर उसकी स्थिति का पुनः मूल्यांकन किया, जिसमें वह पूरी तरह स्वस्थ है। संध्या के पिता विनय मोलचेटला एवं उनके परिवार ने चिरायु टीम, सत्य साईं अस्पताल के डॉक्टरों और शासन को तहेदिल से धन्यवाद दिया।
इस नेक कार्य में विकासखंड भोपालपटनम BMO डॉ. चलापति राव, CMHO डॉ. बी आर पुजारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव रंजन मिश्रा, चिरायु टीम के डॉ. पी चंद्रशेखर एवं डॉ. ज्योति मचारला सहित पूरी चिरायु टीम का विशेष योगदान रहा। उनके समर्पण से संध्या को नया जीवन मिला और उसके परिवार का भविष्य फिर से उज्ज्वल हो गया।