सुकमा। पोषक विद्यालय संपर्क अभियान के अंतर्गत शनिवार को महाविद्यालय के पोषक विद्यालयों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य प्राप्ति हेतु कुशल एवं योग्य युवाओं की कमी को पूर्ण करना है। अतः इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अधिक से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा में अध्ययन के लिए प्रोत्साहित किया गया।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में उच्च शिक्षा में छ.ग. राज्य की सकल नामांकन अनुपात 19.6 है। उसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार 2035 तक 50 प्रतिशत करना है । अतः पोषक विद्यालयों में महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों की जानकारी उच्चतर माध्यमिक के 11वी एवं 12वी मे विद्यार्थियों के मध्य प्रचार-प्रसार कर स्वीकृत सीट के विरूद्ध शत प्रतिशत नामांकन दर्ज कराने हेतु पोषक विद्यालय संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। संस्था के प्राचार्य प्रो. डी सुरेश बाबु ने कहा कि हमें अपने जीवन एवं वर्तमान स्थिति को देखते हुए, उच्च शिक्षा अनिवार्य रूप से ग्रहण करना चाहिये। आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत कौशल एवं क्षमता विकास आधारित एवं बहुविषयों का अध्ययन कर अपने आप को रोजगार परक बना सकते है। उसी प्रकार से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिन्दी माध्यम विद्यालय कोण्टा प्राचार्य बीएल ओरसा ने कहा कि इस अभियान से विद्यार्थियों एवं पालकों में उच्च शिक्षा अध्ययन के प्रति जागरूता बढ़ेगा। डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कुल कोण्टा के प्राचार्य के सी मिश्रा ने कि वर्तमान युग प्रतिस्पर्धात्मक है इसलिये हमें निरंतर अपने कैरियर के प्रति सचेत एवं गभीर होकर शिक्षा ग्रहण करना चाहिये, जिससे हमारा भविष्य उज्जवल हो। प्रश्नोत्तरी तथा अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों के जागरूकता कार्यक्रम का संचालन पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रो. शशिकांत ध्रुवे एवं प्रो. दुष्यंत कुमार ने किया ।