जगदलपुर। बकावंड ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत राजनगर के एक ग्रामीण का प्रधानमंत्री आवास शासन द्वारा स्वीकृत हो गया था। इसी दौरान लाभार्थी की मौत हो गई। पंचायत के सरपंच और सचिव ने मृतक लाभार्थी के परिजनों प्रधानमंत्री आवास देने के बजाय पंच को दे दिया गया।
मृतक की बहू ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई कर पीएम आवास दिलाने की मांग की है। कलेक्टोरेट में पहुंची सरिता ने बताया कि उनके ससुर मगडूराम को प्रधानमंत्री आवास योजना में पात्र पाते हुए उसका चयन किया गया था। अचानक उसके ससुर की मौत हो गई।
इसकी जानकारी मिलने के बाद सरपंच और सचिव ने उसके परिवार को अपात्र बताते हुए गांव की रहने वाली एक महिला दुलारी को प्रधानमंत्री आवास योजना में चयन करते हुए आवास का आबंटन उसके नाम कर दिया। जबकि स्वं. मंगडूरम की वारिसान बहू सरिता को दिया जाना था।
सरिता ने सरपंच व सचिव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पीएम आवास योजना का लाभ दिलाने घूस लेकर दिया है। सरपंच मोहनलाल भारती गोल-मोल जवाब दे रहा है। महिला ने बताया कि पहली किस्त पंच दुलारी के खाता में जमा कर दी गई है।