दुर्ग। प्राधिकृत अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी की अध्यक्षता में ऋण उप समिति की बैठक बैंक कार्यालय में आज सम्पन्न हुई। बैठक में संचालक सदस्य अवधेश मिश्रा उप पंजीयक सहकारी संस्थाएँ दुर्ग, उप संचालक कृषि दुर्ग से प्रतिनिधि विकास साहू एवं श्रीकांत चन्द्राकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं अतिरिक्त मुख्य पर्यवेक्षक कुसुम ठाकुर उपस्थित थे।
बैठक में बैंक के कार्यक्षेत्र जिला दुर्ग, बालोद, बेमेतरा के अंतर्गत 311 सहकारी समिति से संबंधित कृषकों का फसल ऋण के साथ-साथ उद्यानिकी प्रकरणों में 11 कृषकों को 25 लाख रुपए ऋण स्वीकृत, गौपालन के 23 नवीन ऋण प्रकरणों में 45.40 लाख ऋण की स्वीकृति एवं नवीनीकरण के अंतर्गत 45 प्रकरणों में 87.42 लाख ऋण की स्वीकृति दी गई। मत्स्य पालक कृषकों के 2 प्रकरणों में 3.81 लाख की ऋण स्वीकृति एवं नवीनीकरण के अंतर्गत 2 प्रकरणों में 4 लाख की स्वीकृति दी गई। किसान क्रेडिट कार्ड ऋण योजनांतर्गत बकरी पालन के लिए 1 नवीन प्रकरणों में 1.15 लाख की स्वीकृति दी गई। कुक्कुट पालन हेतु 01 नवीन प्रकरण में 03 लाख की स्वीकृति दी गई। मध्यकालीन नार्मल ऋण योजनांतर्गत तारफेंसिंग एवं स्प्रींकलर सेट हेतु 03 प्रकरण में 3.85 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई।
अकृषि ऋण के तहत मध्यकालीन व्यक्तिगत ऋण हेतु 05 प्रकरणों में 25 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई। इसी प्रकार स्वयं सहायता समूहों को 08 प्रकरणों में 9 लाख की ऋण स्वीकृत किया गया। इस प्रकार ऋण उप समिति की बैठक में कुल 101 प्रकरणों में 207 करोड़ की ऋण राशि की स्वीकृति दी गई है।
प्राधिकृत अधिकारी कलेक्टर चौधरी द्वारा बैंक के माध्यम से ऋण नीति अनुसार उप संचालक कृषि/उद्यानिकी/पशुपालन/मत्स्य विभाग को विभिन्न योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये ताकि बैंक के माध्यम से शासकीय योजनाओं में अधिकाधिक कृषक लाभान्वित हो सके। अब तक सामान्य केसीसी ऋण को छोड़कर 1949 प्रकरण में कुल 37 करोड़ 16 लाख के ऋण स्वीकृत किये जा चुके है।