राजनंदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनादगांव में देश का सबसे पहला और बड़ा ऑन ग्रेट सोलर सिस्टम प्लांट है। यह 120 मेगावाट का प्लांट बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम पर चलता है। जिससे रात में गांवों को बिजली मिलेगी। इससे 5 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होता है और 4.50 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम होने का अनुमान है।
प्रदेश में अभी सभी स्रोतों से कुल बिजली का उत्पादन 7858 मेगावाट है। इसका 7% उत्पादन सोलर एनर्जी का है। छत्तीसगढ़ में 517 मेगावाट सोलर एनर्जी की क्षमता है। वर्ष 2030 तक केंद्र ने सोलर एनर्जी की क्षमता 500 गीगावॉट करने का लक्ष्य रखा है।
यह प्लांट सोलर कॉरपोरेशन आफ इंडिया और छत्तीसगढ़ पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने मिलकर तैयार किया है। यह प्रोजेक्ट राज्य अक्षय ऊर्जा विकास प्राधिकरण के माध्यम से शुरू किया गया है। यह परियोजना देश में उत्कृष्ट मॉडल है।