गरियाबंद। जिले में ग्रीष्मकालीन धान को हतोत्साहित करने एवं दलहन, तिलहन, मक्का, नगदी तथा उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र विस्तार को प्रोत्साहित करने के लिए कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल के निर्देश में जिले के समस्त ग्राम पंचायतों में कृषक समृद्धि चौपाल 08 अक्टूबर से किया जा रहा है। इस अभियान की शुरूआत गरियाबंद विकासखण्ड के आमदी द, बेंदकुरा, आमदी म, छुरा विकासखण्ड के अकलवारा, अतरमरा, भैसमुड़ा, दादरगांव, मैनपुर विकासखण्ड के बजाड़ी, भाठीगढ़, बासमुड़ी, भेजीपदर, देवभोग के बरबहाली, बरकानी, कैटपदर एवं फिंगेश्वर विकाखण्ड के बरभाठा, बरोण्डा, भसेरा एवं बारूला में किया गया। कृषक संबंधी चौपाल अभियान के अंतर्गत ग्रीष्मकालीन धान उत्पादन करने वाले समस्त ग्राम में कृषक समृद्धि चौपाल का आयोजन कर कृषकों को लगातार धान फसल लगाने के दुष्प्रभाव, भूमि, जल, मानव स्वास्थ्य पर होने वाले दुष्प्रभाव को कम करने के बारे में जानकारी दी जायेगी। साथ ही फसल चक्र अपनाने के लाभ जैसे- धान, मटर, उड़द, मूंग, चना तथा नगदी फसल गन्ना, कपास उद्यानिकी फसले फल-फूल, सब्जी को लगाने के बारे में प्रेरित किया जायेगा। इसके अलावा जल उपयोगिता क्षमता में वृद्धि करने के लाभ एवं उपाय जैसे ड्रिप स्प्रींकलर के उपयोग के बारे में जानकारी दी जायेगी। इस अभियान के अंतर्गत किसानों को धान के छोड़कर अन्य ग्रीष्मकालीन फसले लेने वाले किसानों को सहकारी समितियों एवं अन्य बैंकों के माध्यम से अल्पकालीन कृषि ऋण वितरण किया जायेगा। पशुपालन एवं मत्स्यपालन के लिए कृषकों को प्रोत्साहित कर किसान क्रेडिट कार्ड एवं सहकारी समितियों एवं बैंकों के माध्यम से ऋण वितरित किया जायेगा। अन्य फसल लेने पर कृषक उत्पादक संगठन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर उनके उत्पाद का ब्रांडिंग, पैकेजिंग एवं विपणन को प्रोत्साहित किया जायेगा। कलेक्टर के निर्देशानुसार इस अभियान के क्रियान्वयन विषयवस्तु विशेषज्ञ, कृषि विभाग, पशुपालन, उद्यानिकी, सहकारिता, मत्स्य एवं संवर्गीय विभाग के अधिकारी-कर्मचारी जाकर करेंगे। जो किसान धान के बदले अन्य फसल लेगें ऐसे 5-5 किसानों को विकासखण्ड स्तर पर सम्मानित किया जायेगा।