नई दिल्ली। बहराइच जिले के एक गांव में रविवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है तथा करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। इस बवाल में रविवार रात में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। सुबह दूसरी मौत की बात आई। बाद में दूसरी मौत की सूचना झूठी निकली। मामले 30 लोग हिरासत में है। सीसीटीवी से पहचान की जा रही है।
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने रविवार रात संवाददाताओं को बताया कि महसी तहसील के अंतर्गत महाराजगंज इलाके में तनाव था। जब एक जुलूस मुस्लिम बहुल इलाके से गुजर रहा था तभी दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति पर कथित तौर पर हमला किया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद, पुलिस ने करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया है। अशांति प्रभावित सभी क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि इलाके में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है, और हिंसा प्रभावित इलाकों के सीसीटीवी फुटेज देख कर अराजक तत्वों की पहचान की जा रही है, और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शुक्ला ने कहा कि घटना के सिलसिले में सलमान नामक एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। बताया जाता है कि उसकी दुकान से कथित गोलीबारी हुई थी। संदिग्ध लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
आपको बता दें कि हरदी थाने के महाराजगंज से होकर लगभग 18 गांवों की दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा गौरिया घाट पर जाने को निकल रही थी। इसी दौरान महाराजगंज में दूसरे समुदाय के धर्मस्थल के पास जुटे लोगों ने डीजे बंद करने को कहा तो कहासुनी हुई। इसी दौरान शोभायात्रा पर पथराव शुरू हो गया। हमलावरों ने रामगांव थाने के रेहुवा मंसूर निवासी 25 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा के कनपटी से सटा कर गोली दाग दी। इस पर लोग भड़क उठे, दोनों पक्षों में जमकर हो रहे पथराव के बीच गोली चला दी गई। गोली लगने से घायल युवक को वाहन से जिला अस्पताल भेजा गया। उधर महाराजगंज निवासी हमीद के घर में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। पथराव में बहोरिकापुर के तिवारी पुरवा निवासी 40 वर्षीय मक्कर तिवारी, महाराजगंज निवासी 35 वर्षीय सरोज तिवारी सहित कई लोग घायल हुए हैं।