आने वाले समय में सेमीकंडक्टर हमारी सबसे बड़ी जरूरत बनने जा रहा है. इस डिमांड की आहट को देखते हुए पीएम मोदी ने 11 सितंबर को सेमीकॉन इंडिया 2024 को संबोधित किया था और एक बड़ी अपील भी की थी. उन्होंने कहा कि हमारा सपना है कि दुनिया के हर इलेक्ट्रॉनिक्स में भारत में बनी चिप लगी हो. पीएम मोदी के इस बयान के 24 घंटे के भीतर ही देश के इकोसिस्टम में सेमीकंडक्टर को फिट बैठाने के लिए एक बड़ी डील साइन कर ली गई है, जिससे आने वाले महीनों में काफी रोजगार पैदा होगा. जो देश की इकोनॉमी के लिए भी बेहतर है.
क्या है वो डील?
वैश्विक सेमीकंडक्टर निकाय सेमी और उसके समकक्ष आईईएसए ने भारत में इस उद्योग के इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीतिक समझौते की घोषणा की है. एक संयुक्त बयान में कहा गया कि समझौते के तहत भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए) सेमी का हिस्सा बन जाएगा. सेमी सेमीकॉन इंडिया सहित सेमीकॉन कार्यक्रमों का आयोजक है.
सेमी के अध्यक्ष और सीईओ अजीत मनोचा ने कहा कि यह साझेदारी सेमी को इस महत्वपूर्ण उभरते बाजार में एक मजबूत उपस्थिति बनाने में मदद करेगी और दोनों संगठनों को ठोस रणनीतियों की पहचान करने में सक्षम बनाएगी जो सप्लाई चेन की मजबूती बढ़ाने के लिए हमारी संयुक्त शक्तियों का लाभ उठाती हैं. बुधवार को जारी बयान में कहा गया कि सेमीकॉन इंडिया 2024 के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
इस डील से होगा ये फायदा
इस समझौते से संयुक्त नीति वकालत प्रयासों का मार्ग भी प्रशस्त होगा, जिसमें आईईएसए और सेमी उत्पाद विकास और विनिर्माण के लिए प्रोत्साहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करेंगे, तथा उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) और डिजाइन से जुड़े प्रोत्साहन (डीएलआई) मॉडल जैसे प्रमुख कार्यक्रमों का लाभ उठाएंगे.
आईईएसए के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा कि यह उपलब्धि भारत, सेमी और आईईएसए के लिए एक बड़ी जीत है. यह भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर का ऊर्जाकेंद्र बनने की स्थिति में ले जाएगा, आर्थिक वृद्धि को गति देगा और नवाचार को बढ़ावा देगा.