डीजीपी ने पुलिस मुख्यालय में डायल 112 के कर्मचारियों को किया सम्मानित

 


रायपुर। पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेषक अषोक जुनेजा (भा.पु.से.) द्वारा सोमवार को डायल 112 के कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि 24 जुलाई की सुबह 11ः25 बजे डायल 112 कमाण्ड सेंटर रायपुर मे सूचना प्राप्त हुई कि जिला रायगढ़ थाना धरमजयगढ़ ग्राम आमापाली रेलवे ट्रैक के समीप एक युवक करंट से झूलस गया है। ईआरव्ही में तैनात आरक्षक 131 जयप्रकाष एक्का को तत्काल रवाना किया गया। घटनास्थल पर पहुॅची ईआरव्ही टीम के सदस्य आरक्षक क्रं0 131 जयप्रकाष एक्का ने देखा कि घायल युवक रेलवे ट्रैक के आउटर साईड में था जहाँ डायल 112 वाहन का पहुँचना संभव नहीं था टीम ने वाहन को सड़क किनारे खड़े कर पैदल ही घटनास्थल पर पहुँची जहाँ रेलवे ट्रैक के खंभे के नीचे करंट से झुलसा युवक मिला जिसके कमर में भी काफी चोटे आने से पीड़ित युवक खड़ा नहीं हो पा रहा था। टीम को ज्ञात हुआ कि युवक मानसिक रूप से कमजोर है जो रेलवे ट्रैक के किनारे स्थित खंभे के ऊपर चढ़ गया था जिससे वह करंट के चपेट में आ गया था। डायल 112 स्टाफ द्वारा घायल युवक के परिजनों को सूचना दी गई और गांव वालो के सहयोग से एक लकड़ी का स्ट्रेचर तैयार किये और घायल को लिटाकर करीब डेढ किलोमीटर तक चलकर डायल 112 वाहन तक लाये और तत्काल डायल 112 वाहन से पीड़ित को सीएचसी धरमजयगढ़ ले जाकर भर्ती कराया गया। घायल युवक अमित कुमार अगरिया (उम्र 18 साल) निवासी लक्ष्मी नगर थाना धरमजयगढ़ के पिता ने बताया कि उसके बेटे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, वह घर पर ही रहता है। परन्तु कल रात्रि 03ः00 बजे उठकर घर के दरवाजे को बाहर से बंद कर भाग गया था। हम कल रात से ही उसे गांव में खोज कर रहे थे। डायल 112 के स्टाफ द्वारा सेवाभाव से किये गये कार्य की पीड़ित के परिजन द्वारा प्रशंसा की गई। 

 इसी तरह 24 जुलाई की शाम समय 16 ;22 बजे डायल 112 कमाण्ड सेंटर रायपुर में सूचना प्राप्त हुई कि जिला बिलासपुर में लगातार अत्यधिक बारिश होने से थाना रतनपुर क्षेत्र के ग्राम लिम्हा के एक घर में पानी भर गया है जिसमे परिवार के 1 माह के बच्चे सहित 7 महिलाएँ एवं बुजुर्ग फंसे हुए हैं। सूचना ईआरव्ही रतनपुर ईगल-1 टीम में तैनात आरक्षक 1328 बसंत दास मानिकपुरी को तत्काल रवाना किया गया। देहात क्षेत्र होने एवं रास्ता अत्यधिक ख़राब होने के बाद भी ईआरव्ही टीम 18 मिनट में घटना स्थल पर पहुँची। जहाँ पूरा क्षेत्र जलमग्न हो चुका था तथा पीड़ित कौषल्या पोरते के घर का प्रथम तल तक का हिस्सा पानी में डुबा हुआ था। पीड़ित कौषल्या पोरते के परिवार के सभी सदस्य छत पर मदद के इंतज़ार में बैठे हुए थे, जिनके साथ एक सात माह का बच्चा सहित महिला व बुजुर्ग भी थे। ऐसे में ईआरव्ही में तैनात आरक्षक 1328 बसंत दास मानिकपुरी अपनी जान की परवाह किए बगैर कमर के ऊपर तक के पानी में नन्हे बच्चे समेत सभी सदस्यों को एक-एक कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान आरक्षक ने एक माह के षिषु को अपनी गोद में उठाकर सुरक्षित स्थान तक लाया। डायल 112 टीम द्वारा साहस, सूझबूझ व कर्त्तव्य परायाणता का परिचय देते हुए बाढ़ में फंसे कौषल्या पोरते के परिवार को विकट परिस्थिति में समय पर आपातकालीन सहायता पहुँचाने के फलस्वरूप परिवार व ग्रामीणों द्वारा आभार व्यक्त करते हुए डायल 112 टीम को धन्यवाद दिया गया।  

डायल 112 टीम के कर्मचारी जिला रायगढ़ आरक्षक 131 जयप्रकाश एक्का एवं चालक अमित भगत एवं जिला बिलासपुर के आरक्षक 1328 बसंत मानिकपुरी एवं चालक सुखीराम डोंगरे को पुलिस मुख्यालय में पुलिस महानिदेषक अशोक जुनेजा (भा.पु.से.) द्वारा नगद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेषक प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक (डायल 112) अविनाश सिहं एवं डायल 112 के स्टाफ उपस्थित रहे।

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