बालोद। कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने जिले के विभिन्न ग्रामों में पहुँचकर खेती-किसानी का हाल जाना। इस दौरान चन्द्रवाल ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे एवं अन्य अधिकारियों के साथ जिले के सुदूर ग्रामों में किसानों के खेतों में पैदल पहुँचकर मौजूदा खरीफ सीजन में जिले में खेती-किसानी के वास्तविक स्थिति की पड़ताल की। इस दौरान कलेक्टर चन्द्रवाल ने डौण्डी विकासखण्ड के सुदूर ग्राम चिहरो में मुख्य मार्ग से किसान अजय कुमार टेकाम के खेत तक पग डंडियों से चलकर पैडी ट्रांसप्लांटर के माध्यम से धान के रोपाई कार्य का अवलोकन किया। चन्द्रवाल ने किसान अजय कुमार टेकाम से बातचीत कर खेती-किसानी का हालचाल पुछा। उन्होंने किसान टेकाम से मशीन के माध्यम से धान की रोपाई करने की कुल लागत एवं समय आदि के संबंध में भी जानकारी ली। इसके पश्चात् कलेक्टर चन्द्रवाल डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम लखमाटोला के किसान रामाश्रय धनगुन के खेत में पहुँचकर जैविक खेती के कार्य का अवलोकन किया। इस दौरान चन्द्रवाल ने कृषि विभाग के अधिकारियों एवं किसान रामाश्रय धनगुन से ग्राम लखमाटोला में जैविक खेती की कुल रकबा तथा जैविक खेती की कुल लागत एवं उत्पादन की बिक्री आदि के संबंध में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि ग्राम लखमाटोला में 150 किसानों के द्वारा कुल 150 एकड़ में जैविक खेती की जा रही हैै। इन सभी किसानों के द्वारा जैविक खेती के रूप में सुगंधित धान का उत्पादन किया जा रहा है। कलेक्टर ने इसकी सराहना करते हुए कृषि विभाग के अधिकारियों को कृषि उत्पाद समूह के माध्यम से जैविक खेती के अंतर्गत उत्पादित सुगंधित धान की बिक्री की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिससे किसानों को उनके फसल का उचित दाम मिल सके। इसके पूर्व कलेक्टर चन्द्रवाल ने आज कृषि उपज मण्डी बालोद स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को किसानों के द्वारा अपने खेत की मिट्टी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला केन्द्र में लाए जाने पर अनिवार्य रूप से उसका परीक्षण करने निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए किसानों को अधिक से अधिक प्रेरित करने को कहा। इस दौरान कृषि विभाग के उपसंचालक जीएस धुर्वे, सहायक संचालक कृषि एसएन ताम्रकार, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डीडी मण्डले सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं कृषकगण उपस्थित थे।