नई दिल्ली। कथित शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ा ऐक्शन लिया है। ईडी ने शुक्रवार को सप्लीमेट्री चार्जशीट दायर करते हुए पहली बार आम आदमी पार्टी और इसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को आरोपी बनाया। यह पहला मौका है जब किसी राजनीतिक दल को पीएमएल केस में आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा कथित घोटाले में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री को भी आरोपी बनाया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली कथित शराब घोटाले में शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट में पूरक आरोपपत्र दायर किया। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा इस मामले में दायर यह आठवां आरोप पत्र है। इस चार्जशीट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी का नाम आरोपी के तौर पर दर्ज है। इस मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ दायर यह पहली चार्जशीट है।
यह पहली बार है कि एक मौजूदा मुख्यमंत्री और एक राजनीतिक दल को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना करना पड़ा है। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा आने वाले दिनों में ईडी द्वारा दायर की गई 200 पृष्ठों के इस आरोपपत्र पर संज्ञान ले सकती हैं। सूत्रों ने कहा कि आरोपियों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत आरोप लगाने की मांग की गई है। दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 50 दिन तिहाड़ जेल में बंद रहने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली के सीएम को चुनाव प्रचार के लिए 1 जून तक की अंतरिम जमानत दी थी। उनकी जमानत का विरोध करते हुए ईडी ने कहा था कि वह इस घोटाले में जल्द ही आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाने जा रही है। ईडी अब तक इस मामले में सात आरोप पत्र दायर कर चुकी है।
ईडी ने अपने आरोपपत्र में कहा है कि मनीष सिसोदिया और के कविता के साथ अरविंद केजरीवाल भी इस मामले के मास्टरमाइंड हैं। साथ ही कहा है कि पीएमएलए की धारा 70 के तहत आम आदमी पार्टी कंपनी के रूप में मुकदमा चलाने के लिए उत्तरदायी है।