बेमेतरा। जिला मुख्यालय के हजारों रहवासियों को 7 दिनों से मीठा पानी सप्लाई नहीं हो रही है। शहर के 3 पानी टंकियों में से दो में सप्लाई ठप है। वहीं एक मात्र पानी टंकी से जैसे-तैसे कर लोगों को पानी सप्लाई की जा रही है। भीषण गर्मी के दिनों में जरूरत के अनुसार रहवासियो को पेयजल सप्लाई नहीं होने की वजह से पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
अमोरा घाट पर बने इंटकवेल में लगा 3 सप्लाई मोटर में से दो मोटर 7 दिनों से खराब है जिसकी वजह से शहर के तीन पानी टंकियों में से केवल पुराना अस्पताल परिसर में बने पानी टंकी से मीठा पानी का सप्लाई हो रहा है। इस टंकी को छोडक़र बाजारपारा व किसान भवन के पास बने पानी टंकी से सप्लाई बंद है। इन दोनों पानी टंकी से ही शहर के अधिकांश घरों में नल से मीठे पानी की सप्लाई होती है। बाजार पारा के पानी टंकी में सप्लाई बंद होने की वजह से शहर में नयापारा, नवीन बाजार, बाजार पारा, पुलिस लाईन, गस्ति चौक, दुर्गा मंदिर, पुलिस लाईन, सदर रोड, शीतला मंदिर रोड व भ्रदकाली मंदिर के आसपास के रहवासियों को मीठा पानी नसीब नहीं हो रहा है।
इसी तरह किसान भवन के पास बने पानी टंकी में पानी सप्लाई नहीं होने की वजह से नगर के मानपुर, पिकरी, किसानपारा, सोनीपारा, पुरोहित मोहल्ला नेशनल हाईवे ,बस स्टैंड, सिविल लाईन, कुर्मीपारा, साहू पारा, गौटिया पारा मेें पेयजल संकट की स्थिति है। इन इलाकों में मीठे पानी की सप्लाई नही होने की वजह से शहर के वाटर एटीएम में पानी लेेने के लिए लोगों को दिन व रात में कतार लगाना पड़ रहा है।
वार्ड 20 के रहवासी अरविंद नंदवाना ने बताया कि मीठा पानी नहीं मिलने की वजह से लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। राजू वर्मा ने बताया कि खारा पानी होने की वजह से चाय, दाल बनाने के लिए दूर से पानी लाना पड़ रहा है। वार्ड 21 के निवासी विजय ठाकुर ने बताया कि सुबह उठने के बाद सबसे पहले मीठा पानी लाने की जुगत करते हैं।
अमोरा इटेकवल में खराब मोटर दुरूस्त कराने नगर पालिका के अधिकारी व कर्मचारी शुक्रवार को जुटे रहे। बताया गया कि दुरूस्त होने के बाद ही शहरवासियों को मीठा पानी नसीब हो सकेगा।
नगर पालिका द्वारा सभी 21 वार्ड में पानी टंकी से पेयजल आपूर्ति करने के अलावा करीब 250 सिंगल फेस पावर पंप विभिन्न वार्डों में लगाया गया है। शहर में 15 दिनों से जारी बिजली कटौती व ट्रीपिंग की वजह से 20 से अधिक पावर पंप शार्टसर्किट होने के बाद जल गए हैं। पावर पंप जलने से प्रभावित इलाके में लोगों को दोहरे संकट का सामना करना पड़ रहा है जिसमें एक तरफ टंकी से पानी नहीं आ रहा है वहीं टयूबवेल खराब है। नगर के वार्ड 1, 2, 3, 4, 17, 19, 21 में इस तरह की स्थिति है। सबसे अधिक समस्या कोबिया व नयापारा इलाके के रहवासियों को हो रहा है। जल संकट की स्थिति को देखते हुए नागरिकों ने बिजली विभाग की आलोचना की है। शहर में 2530 नल कनेक्शनधारी है जिन्हें पालिका द्वारा नल से पेयजल सप्लाई किया जाता है। 65 फीसदी से अधिक नल कनेक्शनधारी को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
भारी गर्मी की वजह से शहरी क्षेत्र का जलस्तर लगातार गिरते जा रहा है। नगरपालिका से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर का जलस्तर 190 से 200 फीट नीचे होता है जो बीते 15 दिनों में गिरकर 250 से 260 तक नीचे चला गया है। शहर का जलस्तर धीरे-धीरे रसातल में जा रहा है जिसकी वजह से घरो में लगाया गया पावर पंप भी जवाब देने लगा है। नागरिक बसंत सिह राजपूत ने बताया कि गिरता जलस्तर समस्या बन चुका है। बोर सुधारने व पाइप डालने के लिए प्लंबर भी नहीं मिल रहे है।