शराब कोचियो पर लगाम लगाने आबकारी विभाग का छूट रहा पसीना , शराब दुकानों पर नियमो की उड़ाई जा रही धज्जियां


रायपुर ,29 फरवरी 2024 : कुछ दिनों पहले लोकप्रिय अखबार दैनिक भास्कर के रायपुर संस्करण द्वारा शराब दुकानों में सेल्समैन के द्वारा की जा रही ओवर रेटिंग और ज्यादा कीमत पर थोक में शराब बिक्री पर खबर प्रसारित की गई थी। जिसमे बताया गया है कि शराब दुकान पर स्टिंग करके भाटागांव और गोकुलनगर देशी शराब दुकान के कर्मचारी किस तरह नियमो की धजिया उड़ाते है। शराब की कालाबाजारी करके ज्यादा कीमत पर शराब देने हामी भरते है। यहां तक रिपोर्ट के अनुसार वे कैसे और कब शराब देंगे इसका भी पूरा तरीका बताते है। जिससे पुलिस से भी बचने का तरीका भी बताते नजर आते है। इस खबर से साबित होता है की शराब दुकानों में अधिक कीमत पर जितनी और जिस ब्रांड की शराब कोई भी आसानी से ले सकता है। इसके लिए सेल्समैन बिलकुल बेफिक्र है। इससे सवाल ये उठता है कि इन्हे इतना छुट कैसे है। और इनको किसी अधिकारी का डर नही है। 



ज्यादा कीमत लेकर थोक में बेचा जा रहा पेटी भर शराब 


दैनिक भास्कर के रायपुर शहर के डी बी स्टार के 27 फरवरी 2024 के खबर के अनुसार ज्यादा कीमत लेकर थोक में पेटी भर शराब बेचा जा रहा है। एक से दो हजार प्रति पेटी ज्यादा कीमत पर शराब बेचा जा रहा है। नियमों को ताक पर रखकर देशी विदेशी शराब दुकानों में अधिक कीमत लेकर थोक में शराब बेचा जा रहा है।


 खबर पर अधिकारी कर रहे टिप्पणी 

 भाटागांव एवम गोकुलनगर शराब दुकान अधिकारी रवि शंकर पैकरा का कहना है कि एक पेटी प्लेन शराब जब 3840 में तब कैसे कोई ग्राहक उसे 7000 में खरीदेगा । उसी प्रकार मसाला शराब की पेटी जो 5280 रूपए में बिकती है उसे 5000 में कोई सेल्समैन कैसे दे सकता है। उनका कहना है बिना किसी आधार के केवल ऐसे ही खबर छपी है । खबर के आकड़े गलत हैं।

इस पर जब प्रभारी अधिकारी पैकरा से बात की गई तो इस खबर के आधार पर क्या कार्यवाही की गई ? तब कहा गया इस पर जांच की जा रही है। उन्होने बताया भाटागांव शराब दुकान में जिस सेल्समैन का फोटो छापा गया है वो किसी दूसरे दुकान का कर्मचारी था ट्रेनिंग के लिए पहुंचा था। अब वो वहा कार्य नही करता है।

 गोकुल नगर के शराब दुकान में उस वक्त प्रदीप यादव नाम का कर्मचारी कार्यरत था जिसे हटाने के लिए कंपनी को निर्देशित किया गया है। और दूसरे कर्मचारी का चेहरा नहीं दिखने की वजह से उसकी पहचान नही हो पा रही है। जिस वजह से उन्हें एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब नहीं बेचने निर्देशित किया गया। और यदि इसका पालन नही किया गया तो इनपर कड़ी कार्यवाही की आश्वासन दिया गया । 



शराब से सरकार को सबसे ज्यादा रेवेन्यू आता है ।इस प्रकार कही न कही इसके पीछे अधिकारी और कर्मचारी भी मिली भगत तभी बिना किसी डर के सेल्समैन शराब बेच रहे । अब देखना ये है की शराब दुकानों पर हो रही कमीशन खोरी और ओवर रेटिंग पर आबकारी विभाग द्वारा कैसे लगाम लगाया जाएगा। 


अवैध चखना सेंटर भी हो रहे संचालित

इन शराब दुकानों के सामने चखना सेंटर भी संचालित हो रही है । जहा शराब पीने की भी व्यवस्था होती हैं । चखना सेंटर में मार्केट में बिकने वाले समान भी बिना किसी माप तौल के अधिक रेट में बेचा जाता है। जो एक सिगरेट 10 रूपये में बाहर दुकानों में बिकती है उसे ये 12 रूपये में बेचते है। 


 और बाकी के पैकेट वाले खाने पीने की चीजे भी एमआरपी से अधिक कीमत पर बेची जाती है। और पूछे जाने पर की ये अधिक में क्यों तो शराब दुकानों को जगह का किराया देने की बात इन चखना सेंटर संचालको द्वारा बताई गई। अब ये जांच की बात है की ये चखना सेंटर वैध है या अवैध और यदि अवैध है तो इन्हे हटाने की क्या कार्यवाही की जा रही है? 



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