रायपुर, 03 जनवरी 2024/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज शाम यहां राज्य अतिथि गृह पहुना में अबुझमाड़ मलखम्ब अकादमी नारायणपुर के मलखम्ब के हुनरमंद खिलाड़ी बच्चों ने भेंट की। मुख्यमंत्री साय ने इस मौके पर बच्चों के स्नेह पूर्वक बात करते हुए उनके साहसिक भरे प्रतिभा प्रदर्शन की मुक्त कंठ से सराहना की और इसे नन्हें कदमों की एक ऊंची उड़ान भरना बताया। मुख्यमंत्री साय ने वनांचल के इन बच्चों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि मलखम्ब जैसे कठिन विधा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का नाम देश-दुनिया में रोशन किया है। साथ ही मुख्यमंत्री श्री साय ने इसी तरह सतत आगे बढ़ने के लिए बच्चों को प्रोत्साहित भी किया।
इस दौरान बच्चों ने खुशी-खुशी बताया कि अक्टूबर 2023 में आयोजित इंडिया गॉट टैलेंट‘ सीजन में देश के लगभग 200 टीमों को पछाड़कर उनकी टीम विजय प्राप्त कर चुकी है और आगामी समय में अमेरिकाज गॉट टैलेंट, बिट्रेन गॉट टैलेंट, जर्मन गॉट टैलेंट एवं कनाडियन गॉट टैलेंट आदि प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में भी भाग लेने की संभावना है। इसकी तैयारी नियमित तौर पर की जा रही है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि इन प्रतियोगिताओं में भी वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे। मुलाकात के दौरान टीम में 6 वर्षीय मलखम्ब खिलाड़ी मास्टर सुरेश पोटाई के अलावा श्री मनोज प्रसाद, श्री अजमत फरीदी, श्री समीर शोरी, श्री शुभम पोटाई, श्री राजेश कोर्राम, श्री युवराज सोम, श्री फूलसिंह सलाम, श्री नरेन्द्र गोटा, श्री श्यामलाल पोटाई, श्री राजेश सलाम आदि उपस्थित थे।
इस दौरान मलखम्ब के हुनरमंद खिलाड़ी बच्चों ने बताया कि इंडिया गॉट टैलेंट‘ में देश के कला जगत के प्रतिष्ठित लोगों के सामने अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का सुनहरा अवसर मिला और उन्होंने भी मलखम्ब जैसे कठिन विधा के बारे में जाना और हमारी टीम की लगातार हौसला अफजाई करने के साथ ही खूब सराहना की।
गौरतलब है कि अबूझमाड़ मलखम्ब अकादमी नारायणपुर के हाई स्कूल खेल मैदान में 2017 से स्थापित एवं संचालित है। इसमें नारायणपुर जिले के सुदूर वन क्षेत्रों के (अधिकांश अबुझमाड़) के गरीब आदिवासी बच्चे मलखम्ब खेल का प्रशिक्षण लेते हैं। वर्तमान अवधि में यहाँ प्रशिक्षणरत प्रशिक्षणार्थी नारायणपुर के विभिन्न स्कूल/आश्रमों में अध्ययनरत है, जो पार्ट-टाईम अकादमी आकर मलखम्ब खेल का प्रशिक्षण लेकर प्रदेश, राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अद्यतन स्थिति में कुल 412 मेडल प्राप्त कर न केवल जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।