मुख्यमंत्री बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि एक तरफ देश आजादी की लड़ाई लड़ रहा था, वहीं दूसरी तरफ बाबासाहेब अंबेडकर दबे कुचले समाज को अधिकार दिलाने के लिए संगठित कर संघर्ष कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बाबासाहेब ने समाज के पिछड़े वर्ग के लोगों को शिक्षित होकर संगठित होकर संघर्ष करने की प्रेरणा दी है ।